देख कर परिंदे के नन्हे पर सैय्याद सकपका गया देख कर परिंदे के नन्हे पर सैय्याद सकपका गया
अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध अंतर्मन में संघर्ष चलता रहता है। वर्जनाओं के विरूद्ध
जब भी कभी ज्यादा परेशान हो जाता हूँ मैं माता नर्मदा के पास जाता हूँ, मैं सदैव ही उनक जब भी कभी ज्यादा परेशान हो जाता हूँ मैं माता नर्मदा के पास जाता हूँ, मैं ...
आसमां छूना कोई मुश्किल नहीँ है, बस बुलंद हौसलों के पर होने चाहिये आसमां छूना कोई मुश्किल नहीँ है, बस बुलंद हौसलों के पर होने चाहिये
लड़ाई की बातें मार-काट की कहानी इतिहास की पन्ने पर लिखी हुई है बहुत ही करुण। लड़ाई की बातें मार-काट की कहानी इतिहास की पन्ने पर लिखी हुई है बहुत ह...
व्योम, व्याकरण, व्यथा हमारी देह,धरा, दर्पण बदले जीवन पृष्ठों पर अर्थो के कैसे भा व्योम, व्याकरण, व्यथा हमारी देह,धरा, दर्पण बदले जीवन पृष्ठों पर अर्थो के...